स्वागतम-स्वागतम
स्वागतम-स्वागतम ये शब्द है समाज के उन लोगो के लिए जो जी रहे है दोहरी जिंदगी। एक तरफ़ वो अपने आपको संपन्न और सुशिक्षित बताते है तो वही दूसरी तरफ़ सरकारी नोकरी और अन्य सुविधाओ के लिए आरक्षण भी चाहते है जो उनका अधिकार भी है। लेकिन समस्या बहुत बड़ी है और लडाई लम्बी है। ये लडाई वर्ष १९८० से लेकर अब तक मध्य प्रदेश मीणा समाज संगठन लड़ रहा है और आगे भी लडाई जारी रहेगी। आज देश और प्रदेश न उम्मीद से कही ज्यादा तरक्की कर ली लेकिन पिछड़ गए तो हम मीणा समाज के लोग, हो सकता है ये बात कुछ लोगो को बुरी लगे लेकिन सांच को आंच नही।राजस्थान में आइएएस और आईपीएस की भरमार है लेकिन मध्य प्रदेश में क्या है। अगर राजस्थान में आरक्षण नही होता तो क्या हम आगे निकल पाते शायद नही? ये सवाल हर मध्य प्रदेश में रहने वाले मीणा के मन में है लेकिन वो कहे किससे और अपना लक्ष्य पाये केसे? इन सवालो के जवाब तो कोई नही दे पायेगा लेकिन तरीका तो सूझा ही सकते है और आपस में हर दिन वार्तालाप भी कर सकते है। इस वेबपेज को बनाने का एकमात्र उद्देश्य ही यही है की मीणा समाज के लोग आपस में अपनी बातो को बाँट सके। हर दिन का घटनाक्रम न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में लोगो को पता चले।
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