गुर्जरों को 5% आरक्षण पर राजी हुए मीणा
भोपाल। गुर्जर-मीणा समुदायों के प्रमुख नेताओं ने शनिवार को राज्य सरकार के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में
मिलजुलकर रहने का संकल्प लिया। मीणा नेताओं ने गुर्जरों को संविधान के दायरे में पांच प्रतिशत आरक्षण देने पर सहमति दे दी। यह बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर बुलाई गई थी। बैठक में दोनों समाजों के करीब 40 नेता शामिल हुए। पांच घंटे तक चली बैठक में गुर्जर प्रतिनिधियों ने विधेयक की खामियों को दूर करने की मांग की।
बैठक में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला और मीणा नेता डॉ.किरोड़ीलाल मीणा भी मौजूद रहे। गृहमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पिछली सरकार में पारित 5 फीसदी आरक्षण संबंधी विधेयक राज्यपाल के पास विचाराधीन है। विधेयक में कुछ खामियां सामने आई हैं। सरकार इस प्रस्ताव पर विचार करेगी। उन्होंने विधानसभा के आगामी सत्र में दुबारा विधेयक पेश किए जाने के सवाल पर कहा कि खामियों को दूर करने पर विचार हो सकता है।
दोनों समाजों के नेताओं ने आरक्षण आंदोलन के दौरान और बाद में हई आपराधिक घटनाओं के साथ सख्ती से निबटने की मांग की। गृह मंत्री ने कहा कि ऐसे तत्वों को कतई नहीं बख्शा जाएगा और लालसोट और बामनवास की घटनाओं के अपराधियों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 जून को बयाना के महरावर में होने वाली महापंचायत से इस बैठक का कोई लेना-देना नहीं है। महापंचायत को लेकर राज्य सरकार की मंशा सख्ती की है।
बैठक में गुर्जर बहुल इलाकों में विकास कार्य कराने और उन्हें शैक्षणिक तथा आर्थिक रूप से मजबूत करने पर भी जोर दिया गया। मीणा समाज के सांसदों एवं विधायकों ने गुर्जरों के बीच जाकर सम्मेलनों के जरिए भाईचारा बनाए रखने और मनमुटाव दूर करने की पेशकश भी की। पूर्व मंत्री डॉ.नाथूसिंह गुर्जर ने बैठक में दोनों समाजों के मिलजुलकर एक साथ रहने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेंद्रसिंह ने 5 फीसदी आरक्षण के लिए पारित विधेयक की खामियों को दूर करने की बात कही। बैठक में प्रमुख गृह सचिव एस.एन.थानवी, पुलिस महानिदेशक हरीशचंद मीणा सहित कई आला अधिकारी मौजूद थे। बैठक के शुरू में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए सभी लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
गहलोत को दी बैठक की जानकारी
गृहमंत्री धारीवाल, प्रमुख गृह सचिव थानवी एवं डीजीपी मीणा ने शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बैठक का पूरा ब्योरा दिया। गहलोत आज दोपहर ही मुंबई से वापस आए हैं।
ये प्रमुख लोग थे बैठक में
सांसद डॉ.किरोड़ीलाल मीणा, सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा, विधायक मुरारीलाल मीणा, रामकेश मीणा, रमेश मीणा, गोपाल मीणा, शिवजीराम मीणा, पूर्व विधायक सुरेश मीणा, कैलाश मीणा, कांति मीणा, रामकिशोर मीणा, जौहरीलाल मीणा, समर्थलाल मीणा के अलावा पूर्व आईपीएस लक्ष्मण मीणा, श्रीनारायण केमला, आदि बैठक में थे।
गुर्जर समाज से कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला, ऊर्जा मंत्री डॉ।जितेंद्रसिंह, विधायक महेंद्रसिंह, हेमसिंह भड़ाना, रामस्वरूप कसाना, अनितासिंह, पूर्व मंत्री डॉ. नाथूसिंह गुर्जर, पूर्व विधायक गोपीसिंह, हरज्ञानसिंह, प्रहलाद गुंजल, अतरसिंह भड़ाना, ब्रिजेंद्रसिंह सूपा, हरिसिंह महुआ, रामचंद्र सराधना के अलावा कैप्टन हरप्रसाद, रामगोपाल गार्ड, विक्रमसिंह गुर्जर, डॉ.रूपसिंह, अतरसिंह, प्रो.आर.के.गुर्जर आदि।
"बिल की खामियों को ठीक करें। महाराष्ट्र पैटर्न पर भी आरक्षण दिया जा सकता है। दोनों समाजों को साथ बिठाना अच्छी कोशिश है।
डॉ।नाथूसिंह गुर्जर, पूर्व मंत्री
यह बैठक सकारात्मक कदम है।
"दिलों को जोड़ने की कोशिश है। यह अच्छी बात है कि गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण मिलता है तो मीणा साथ देंगे।
प्रहलाद गुंजल, पूर्व विधायक
गुर्जरों को आरक्षण दिलाएंगे
"गुर्जरों को 5 फीसदी आरक्षण देने पर मीणा समाज सहमत है। बिल में अगर कोई खामी है तो विधानसभा में लाकर उसे दूर किया जाए। गुर्जरों को यह आरक्षण दिलाएंगे।
डॉ. किरोडीलाल मीणा, सांसद
मिलजुलकर रहने का संकल्प लिया। मीणा नेताओं ने गुर्जरों को संविधान के दायरे में पांच प्रतिशत आरक्षण देने पर सहमति दे दी। यह बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर बुलाई गई थी। बैठक में दोनों समाजों के करीब 40 नेता शामिल हुए। पांच घंटे तक चली बैठक में गुर्जर प्रतिनिधियों ने विधेयक की खामियों को दूर करने की मांग की।बैठक में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला और मीणा नेता डॉ.किरोड़ीलाल मीणा भी मौजूद रहे। गृहमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पिछली सरकार में पारित 5 फीसदी आरक्षण संबंधी विधेयक राज्यपाल के पास विचाराधीन है। विधेयक में कुछ खामियां सामने आई हैं। सरकार इस प्रस्ताव पर विचार करेगी। उन्होंने विधानसभा के आगामी सत्र में दुबारा विधेयक पेश किए जाने के सवाल पर कहा कि खामियों को दूर करने पर विचार हो सकता है।
दोनों समाजों के नेताओं ने आरक्षण आंदोलन के दौरान और बाद में हई आपराधिक घटनाओं के साथ सख्ती से निबटने की मांग की। गृह मंत्री ने कहा कि ऐसे तत्वों को कतई नहीं बख्शा जाएगा और लालसोट और बामनवास की घटनाओं के अपराधियों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 जून को बयाना के महरावर में होने वाली महापंचायत से इस बैठक का कोई लेना-देना नहीं है। महापंचायत को लेकर राज्य सरकार की मंशा सख्ती की है।
बैठक में गुर्जर बहुल इलाकों में विकास कार्य कराने और उन्हें शैक्षणिक तथा आर्थिक रूप से मजबूत करने पर भी जोर दिया गया। मीणा समाज के सांसदों एवं विधायकों ने गुर्जरों के बीच जाकर सम्मेलनों के जरिए भाईचारा बनाए रखने और मनमुटाव दूर करने की पेशकश भी की। पूर्व मंत्री डॉ.नाथूसिंह गुर्जर ने बैठक में दोनों समाजों के मिलजुलकर एक साथ रहने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेंद्रसिंह ने 5 फीसदी आरक्षण के लिए पारित विधेयक की खामियों को दूर करने की बात कही। बैठक में प्रमुख गृह सचिव एस.एन.थानवी, पुलिस महानिदेशक हरीशचंद मीणा सहित कई आला अधिकारी मौजूद थे। बैठक के शुरू में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए सभी लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
गहलोत को दी बैठक की जानकारी
गृहमंत्री धारीवाल, प्रमुख गृह सचिव थानवी एवं डीजीपी मीणा ने शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बैठक का पूरा ब्योरा दिया। गहलोत आज दोपहर ही मुंबई से वापस आए हैं।
ये प्रमुख लोग थे बैठक में
सांसद डॉ.किरोड़ीलाल मीणा, सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा, विधायक मुरारीलाल मीणा, रामकेश मीणा, रमेश मीणा, गोपाल मीणा, शिवजीराम मीणा, पूर्व विधायक सुरेश मीणा, कैलाश मीणा, कांति मीणा, रामकिशोर मीणा, जौहरीलाल मीणा, समर्थलाल मीणा के अलावा पूर्व आईपीएस लक्ष्मण मीणा, श्रीनारायण केमला, आदि बैठक में थे।
गुर्जर समाज से कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला, ऊर्जा मंत्री डॉ।जितेंद्रसिंह, विधायक महेंद्रसिंह, हेमसिंह भड़ाना, रामस्वरूप कसाना, अनितासिंह, पूर्व मंत्री डॉ. नाथूसिंह गुर्जर, पूर्व विधायक गोपीसिंह, हरज्ञानसिंह, प्रहलाद गुंजल, अतरसिंह भड़ाना, ब्रिजेंद्रसिंह सूपा, हरिसिंह महुआ, रामचंद्र सराधना के अलावा कैप्टन हरप्रसाद, रामगोपाल गार्ड, विक्रमसिंह गुर्जर, डॉ.रूपसिंह, अतरसिंह, प्रो.आर.के.गुर्जर आदि।
"बिल की खामियों को ठीक करें। महाराष्ट्र पैटर्न पर भी आरक्षण दिया जा सकता है। दोनों समाजों को साथ बिठाना अच्छी कोशिश है।
डॉ।नाथूसिंह गुर्जर, पूर्व मंत्री
यह बैठक सकारात्मक कदम है।
"दिलों को जोड़ने की कोशिश है। यह अच्छी बात है कि गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण मिलता है तो मीणा साथ देंगे।
प्रहलाद गुंजल, पूर्व विधायक
गुर्जरों को आरक्षण दिलाएंगे
"गुर्जरों को 5 फीसदी आरक्षण देने पर मीणा समाज सहमत है। बिल में अगर कोई खामी है तो विधानसभा में लाकर उसे दूर किया जाए। गुर्जरों को यह आरक्षण दिलाएंगे।
डॉ. किरोडीलाल मीणा, सांसद
10 जून को महापंचायत
"एसटी की मांग बरकरार रहेगी। पांच फीसदी आरक्षण पर दोनों पक्ष सहमत हो गए। पांच फीसदी आरक्षण वाला बिल पहले पारित होना चाहिए। दस जून को प्रस्तावित महापंचायत यथावत रहेगी।- किरोड़ीसिंह बैसला
"एसटी की मांग बरकरार रहेगी। पांच फीसदी आरक्षण पर दोनों पक्ष सहमत हो गए। पांच फीसदी आरक्षण वाला बिल पहले पारित होना चाहिए। दस जून को प्रस्तावित महापंचायत यथावत रहेगी।- किरोड़ीसिंह बैसला
दैनिक भास्कर से
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