दिखा दो इस बार हमारे समाज की एकता

मित्रों कुछ जरूरी बातें हैं जो में आज आपको बताना चाहता हूं और उम्मीद करता हूं कि संगठन के पदाधिकारी होने के नाते आप इनका पालन करेंगे।
दोस्तों एक अनुमान और एक आंकलन के अनुसार हमारी समाज के लोगों की संख्या के अनुपात में राजनीतिक महत्व नहीं दिया जाता है। इस बारें में मेरी कई फोरम पर से चर्चा भी हुई तो उन्होंने कहा की आपके लोग सक्रिय कम रहते हैं। लेकिन जब हम फील्ड पर देखते हैं तो हमारी समाज का जो व्यक्ति जिस पार्टी में है उसका झंडा और डंडा मजबूती से थामे दिखाई देता है। ऐसे में यह कहना सरासर गलत है कि हमारी समाज के लोग सक्रिय नहीं है। दूसरा आरोप हम पर यह लगता है कि हम बातचीत में तो देश के तमाम मुल्लाओं की मां - बहन कर देते हैं, लेकिन थानों में दर्ज रिकार्ड बताता है कि जब भी हमने बहादुरी दिखाई तो सामने अपने परिजन या समाज के लोग ही रहते हैं। हालांकि हमारे समाज में हरि भाई और दीपेश जी जैसे लोग भी हैं जिनके नाम की तूती इलाके में बोलती है, लेकिन ये संख्या उंगलियों पर गिनने लायक है।
अब तक तो समाज के ज्यादातर लोगों का तर्क रहता था कि हमें बताने वाला कोई नहीं है, लेकिन इस बार संगठन ये मुहिम छेड़ रहा है कि समाज को परिणाम देना ही होगा।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि नवम्बर - दिसम्बर में नगरीय निकाय चुनाव और जनवरी में पंचायत चुनाव हैं। इन दोनों में ही बड़ी भागीदारी हमारे समाज के लोगों की रहती है।
हमारे लोग चुने भी जाते हैं, लेकिन यह बात सामने नहीं आ पाती है कि कितने लोग किस पद पर और कहां पदस्थ हैं।
तो इस बार हमको यही करना है। अव्वल तो यह कि जहां अपने दो या उससे अधिक लोग एक ही जगह से मैदान में हैं, उनमें से काम करने वाले व्यक्ति को मौका दिलाएं और बाकी को समझाए। प्रत्येक प्रदेश पदाधिकारी, प्रत्येक जिला अध्यक्ष और सभी संभाग व जिला संगठन मत्री चुनाव लड़ने से लेकर परिणाम आने तक पूरी नजर रखें। प्रत्याशियों की जानकारी एकत्रित करें, फिर भले ही वह हार क्यों न जाए। उनको संगठन से बतौर सदस्य जोड़कर निरन्तर चुनाव लड़ने व पार्टियों में संगठनात्मक तरीके से काम करने के लिए प्रेरित करें।
इस बार के चुनाव में एकता का ऐसा तालमेल दिखाएं कि लोग हमारी मिसाल दें।
इसका यह मतलब नही कि आप अपना कामधाम और पढ़ाई छोड़कर सिर्फ इस काम में लग जाएं। बल्कि समाज के इस पुनीत कार्य को प्रतिदिन सुबह-शाम दस-दस मिनट पूजा की तरह करें। यकीन मानिए दोस्तों इन पांच माह में समाज के प्रति प्रदेश और देश का नजरिया बदल जाएगा और परिणाम भी शत-प्रतिशत आएगा।
आज सोशल मीडिया एक बड़ी ताकत है और इस माध्यम का इस्तेमाल कर समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक इन संदेशों को पहुंचाए।
एक दिन में अपने जिले के पांच ने लोगों से बात करें और उन्हें संगठन से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
जय मीनेष
हरि सिंह मीणा, प्रदेश अध्यक्ष
मीणा समाज शक्ति संगठन

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मीणा जनजाति मीन भगवान की वंशज है

मीणा समाज शक्ति संगठन दाे दिन तक करेगा मिशन-2018 पर मंथन