मीणा मीणा पुरूष मीणा मुख्यतया भारत के राजस्थान राज्य में निवास करने वाली एक जनजाति है। मीणा जाति भारतवर्ष की प्राचीनतम जन-जातियों में से मानी जाती है । वेद पुराणों के अनुसार मीणा जनजाति मत्स्य (मीन) भगवान की वंशज है। पुराणों के अनुसार चैत्र शुक्ला तृतीया को कृतमाला नदी के जल से मत्स्य भगवान प्रकट हुए थे। इस दिन को मीणा समाज जहां एक ओर मत्स्य जयन्ती के रूप में मनाया जाता है वहीं दूसरी ओर इसी दिन संम्पूर्ण राजस्थान में गणगौर का त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। मीणा जाति का गणचिह्न मीन (मछली) था। मछली को संस्कृत में मत्स्य कहा जाता है। प्राचीनकाल में मीणा जाति के राजाओं के हाथ में वज्र तथा ध्वजाओं में मत्स्य का चिह्न अंकित होता था, इसी कारण से प्राचीनकाल में मीणा जाति को मत्स्य माना गया। प्राचीन ग्रंथों में मत्स्य जनपद का स्पष्ट उल्लेख है जिसकी राजधानी विराट नगर थी,जो अब जयपुर वैराठ है। इस मस्त्य जनपद में अलवर , भरतपुर एवं जयपुर के आस-पास का क्षेत्र शामिल था। आज भी मीणा लोग इसी क्षेत्र में अधिक संख्या में रहते हैं। मीणा जाति के भाटों(जागा) के अनुसार मीणा जाति में 1...
- बैठक के समापन के साथ शुरू होगा शक्ति संगठन का समर्पण अभियान, मनाया जाएगा स्थापना दिवस Msss News. अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मीणा समाज शक्ति संगठन लगातार तैयारी जारी रखे हुए है। चुनावों को ध्यान में रखकर संगठन को मजबूत करने के लिए जिला स्तर पर लगातार प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शक्ति संगठन जल्दी ही दो दिवसीय प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक रखने जा रहा है। इस बैठक में अन्य संगठनों को भी शामिल किया जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष श्री भीम सिंह सीहरा ने बताया कि इस बैठक में लगातार दो दिन तक 22 जिलों की टीमों के साथ मंथन करेंगे और उन्हें जरूरी जानकारी दी जाएगी। इस बैठक में आमंत्रित सदस्य ही शामिल हो सकेंगे। बाहरी सदस्य या अन्य कोई भी व्यक्ति बैठक में शामिल नहीं हो पाएगा। बैठक में कोर कमेटी के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे और यह लोग वन टू वन बैठक में आए सदस्यों से चर्चा करेंगे। इसके पहले कोर कमेटी की एक बैठक चेयरमैन डॉ. जीवन सिंह उसारिया के नेतृत्व में राजधानी भोपाल में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में कई अहम फैसलों पर चर्चा की जानी है। प्रदेश संगठन महामंत्री श्री राम घुनाव...
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