भाजपा के निष्कासित नेता राघव जी के इशारे पर श्री सूर्यप्रकाश मीणा की छवि खराब करने का प्रयास


पत्रकार रवींद्र जैन द्वारा लिखे गए मिथ्या आलेख को लेकर पूरे प्रदेश में समाज आक्रोशित
बुधनी। सीहोर की बुधनी विधानसभा में चार दिन पहले संपन्न हुए मीणा समाज शक्ति संगठन के विधानसभा सम्मेलन को लेकर प्रदेश भर अफवाहों का दौर जारी है। कोई बता रहा है यहां राज्यमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा ने जो भाषण दिया है वह मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौैहान के खिलाफ है।  तो प्रदेश के एक समाचार पत्र के संपादक श्री रवींद्र जैन ने तो अपने आलेख में इसे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावती तेवर बता दिया। हैरानी होती है ऐसे पत्रकार पर जो बिना तथ्यों की जांच किए एक मिथ्या आलेख लिख दे। ऐसा प्रतीत होता है कि रवींद्र जैन साहब ने राघव जी भाई जैन से अपने पुराने संबंध निभा दिए। अरे भाई जब स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कोई परेशानी नहीं हुई तो फिर इन्हें क्या तकलीफ है। सबसे बड़ी बात कि कार्यक्रम वाले दिन नसरुल्लागंज तहसील के तमाम मीडियाकर्मी कार्यक्रम में मौजूद थे और सभी ने खबर भी प्रकाशित की। लेकिन उन सबको रवींद्र जैन साहब वाला एंगल दिखाई नहीं दिया। श्री जैन को भोपाल में बैठकर तीन दिन बाद पता चल गया कि श्री मीणा ने वहां बगावती तेवर बताए थे। माननीय संपादक जी पहले तथ्यों की जांच तो कर लेते। आप लिखने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन तथ्य की जांच करना आपका कर्त्तव्य हैै। यह तो पत्रकार का पहला दायित्व है।


हमें तो याद है कि आप राज एक्सप्रेस में थे तो आपको वहां से निकाला गया था और राज एक्सप्रेस के मालिक श्री अरुण सहलोत ने लिखा था कि...
"रविंद्र जैैन का राज एक्सप्रेस से कोई संबंध नहीं"
अपने पद का दुरुपयोग करने के कारण राज एक्सप्रेस ग्रुप से रविंद्र जैन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। अब उनका राज एक्सप्रेस और राज ग्रुप से कोई संबंध नहीं है। उनके किसी भी क्रियाकलाप से भी ग्रुप का कोई वास्ता नहीं है।"
अरुण सहलोत, सीएमडी, राज ग्रुप 
राज एक्सप्रेस में जारी की गई विज्ञप्ति की कॉपी
उस दिन क्या कहा था श्री मीणा ने
उस दिन माननीय श्री मीणा जी ने मुख्यमंत्री और भाजपा की प्रशंसा करते हुए कहा था कि पहली पार्टी है, जिसने मीणा समाज को इतना सम्मान दिया। उन्होंने स्वयं का व श्री रणवीर सिंह रावत का उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व में मुझे राज्यमंत्री और हाल ही में श्री रावत को किसान मोर्चे का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन श्री जैन साहब को श्री मीणा की छवि खराब करनी थी। मीणा समाज शक्ति संगठन के उस कार्यक्रम में पांच हजार लोग मौजूद थे और उनमें बुधनी भाजपा के पदाधिकारी भी थे। उन्हें ऐसा कुछ सुनाई नहीं दिया।

शंखनाद किया, जो कि हर समाज करता है
हां यह बात सही है कि सामाजिक मंच से मिशन - 2018 का शंखनाद किया गया। शायद यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है। मीणा समाज मूलत: किसान है और मप्र के 36 जिलों में निवास करती है। इन 36 जिलों की 52 सीट में समाज का बाहुल्य है। इसी में से 18 विधानसभा में समाज अपनी दावेदारी करने वाली है। लगभग पूरी समाज भाजपा को समर्थन देती है और कुछ लोग चाहते हैं कि शिवराज जी के हाथों समाज छिटक जाए।
मीणा समाज शक्ति संगठन को यह खुला पत्र लिखने के लिए इसलिए मजबूर होना पड़ा कि मामला समाज की छवि से जुड़ा है। एक सीधे-साधे मंत्री जो सबके लिए सुलभ हैं। उनके और मुख्यमंत्री के बीच प्रगाढ़ संबंधों को सब जानते हैं। यही बात शायद राघव जी को खटक रही है। वे एक तीर से दो निशाने लगाना चाहते हैं। एक तो मुख्यमंत्री के खास सिपाहसलार निपट जाए और दूसरा विदिशा में एक नेता खत्म हो जाए। हम तो कहते हैं कि श्री जैन साहब या तो अपनी लिखी बात का प्रमाण पेश करें या फिर माफीनामा प्रकाशित करें।
--
हरिओम मीणा, इंदौर
पत्रकार एवं  संपादक नयनो देखी समाचार पत्रिका 
मोबाइल नंबर - 9826018738

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मीणा जनजाति मीन भगवान की वंशज है

मीणा समाज शक्ति संगठन दाे दिन तक करेगा मिशन-2018 पर मंथन