यह जश्न का समय नहीं, काम करने का वक्त है - भीम सिंह

साथियों,
            आप खुश तो बहुत होंगे कि आपने ऐसा धमाका कर दिया कि पूरे प्रदेश में इसकी गूंज सुनाई दे रही है। होना भी चाहिए, क्योंकि लोग ऐसा कर रहे हैं, लेकिन अध्यक्ष होने के नाते मैं बिल्कुल भी इससे खुश नहीं हूं। कार्यक्रम सफल रहा यह अच्छी बात। लेकिन पहले कार्यक्रम के बाद हमने बढ़-चढ़कर बातें करना शुरू कर दी यह बुरी बात है। कई साथियों ने अपने व्हाटस एप पर लिखा कि अब मप्र में हम ही हम नजर आने वाले हैं। कुछ ने तो गाली देकर अपना दम भरने की कोशिश की। बस दिक्कत यही है और यही मुझे खटक रहा है। आप शायद मेरी बात भूल गए। मैंने कहा था कि हम अपने समाज की ऐसी इमेज बनाएंगे कि लोग मिसालें देंगे और हमसे प्यार करेंगे। हम अपना अधिकार तो जताएंगे, लेकिन उसका तरीका सकारात्मक होगा। हम गलत भी कहेंगे तो हमारी भाषा मर्यादित होगी। हम बहुमत दिखाएंगे, लेकिन इस तरीके से लोग कहेंगे इनसे बेहतर कोई नहीं है। रही बात ताकत दिखाने की बात उसके लिए समय आना वाला है। हम मिशन 2018 शुरू कर चुके हैं और ताकत दिखाना है तो हर विधानसभा सम्मेलन में हमारी संख्या बढ़नी चाहिए। मिशन 2018 सिर्फ विधानसभा चुनाव ही नहीं है, बल्कि वे 18 समस्याएं भी हैं जो समाज को पीछे धकेलती हैं। इसमें एक सबसे बड़ी समस्या है कि हम चंद हजार लोग समाज के पुरोधा होने का दावा करने लगे हैं। पहले हम अपने ही लोगों को भरोसे में तो लें। अरे अभी तो आप यह दावा नहीं कर सकते हैं कि आपकी समाज का आदमी आपके कहने पर किसी पार्टी को वोट नहीं देगा। पहले इस स्थिति में आइए। अभी इस हालात में नहीं है कि आपके एक आहवान पर पूरी समाज उठ खड़ी होगी। अभी तो लोगों को पता ही नहीं है। यह तो कुछ ऐसा हाल हो गया कि देश में सर्वे होता है और रिपोर्ट कहती है कि देश के शत-प्रतिशत लोग चाहते हैं कि वैसा होना चाहिए। और रिपोर्ट पढ़कर लोग सोचते हैं कि आखिर यह शत-प्रतिशत लोग कौन हैं। पहले आपको अपने ही लोगों का भरोसा जीतना होगा। भरोसा जीतने के लिए उनके बीच जाकर काम करना होगा। देश का सबसे बड़ा हिंदु संगठन "राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ" भी अभी तक हर हिंदु तक नहीं पहुंच पाया है। लेकिन उन्होंने अपनी विचारधारा को लाेगों के दिल में पहुंचा दिया है। इनके पदाधिकारी सिर्फ काम करते हैं और प्रधानमंत्री के रूप में परिणाम सामने आता है। अब समझ जाइए कि आपको क्या करना है और परिणाम आपके सामने होगा।
- करिए सर्वे और जानिए कि कितने लोग ऐसे हैं जो छोटे-छोटे काम के लिए भटक रहे हैं।
- जाइए गांव और रुकिए एक रात वहां। तब पता चलेगा कि उनकी समस्याएं क्या हैं?
सिर्फ लोगों का भरोसा जीतिए। उन्हें बताइए कि आप सच में ही समाज के लिए काम कर रहे हैं। अपना करियर बनाइए। परिवार बसाइए और समाज को मजबूत करिए।
हमने एक विधानसभा सम्मेलन किया और उसकी सफलता से ही हम खुश हुए जा रहे हैं। ऐसा आप कर सकते हैं, लेकिन मुझे या मेरे उन साथियों को नींद नहीं आ रही  है, जो मिशन-2018 की सफलता का स्वाद चखना चाहते हैं।
आज मैं आपसे आहवान करता हूं कि उत्साह और जोश में हमें होश नहीं खोना है। हमें लगातार शेष 17 विधानसभा सम्मेलन सफलता के साथ संपन्न कराना है। अब कारवां शुरू हो चुका है और वे आप ही हैं जिनके भरोसे इसे शुरू किया गया है। इसलिए आपके हाथ में मिशन-2018 की मशाल है और इसे बूझने नहीं देना है। बहुत जल्दी आपको सूचना मिलेगी कि अगला विधानसभा कहां और कब संपन्न होगा।
दोस्तों यह जश्न का नहीं, काम करने वक्त है। 

क्योंकि सामने है- 
महा-सम्मेलन - 2018
जो 10 जून 2018 को भोपाल में आयोजित किया जाएगा।

"वक़्त आने पर बता देंगे तुझे, ए आसमान
हम अभी से क्या बताएँ क्या हमारे दिल में है"

आपका
- भीम सिंह सीहरा
प्रदेशाध्यक्ष
मीणा समाज शक्ति संगठन 

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